पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में बवाल के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा में कहा कि संदेशखाली में आरएसएस का घर है. उन्होंने तृणमूल नेता शाहजहां शेख को लेकर भी अपना मुंह खोला. उन्होंने कहा कि संदेशखाली में बवाल के पीछे ईडी का हाथ है. ये वही लोग हैं, जिन्होंने शाहजहां को ‘निशाना’ बनाकर संदेशखाली में घुसकर उत्पात मचाया था. उन्होंने कहा कि संदेशखाली में अभी तक 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बीजेपी ने संदेशकाली में दंगा स्पॉट बनाने की कोशिश की है. दूसरी ओर, राष्ट्रीय महिला आयोग ने संदेशखाली की स्थिति को चिंताजनक करार दिया है. अन्य ओर, नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी चार विधायकों के साथ संदेशखाली जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें संदेशखाली जाने से बीच में ही रोक दिया. इसे लेकर पुलिस के साथ उनकी बहस हुई.
ममता बनर्जी ने गुरुवार को विधानसभा में कहा, ”ईडी शाहजहां को ‘निशाना बनाकर’ संदेशखाली में दाखिल हुई. वहां गड़बड़ी कर अल्पसंख्यकों और आदिवासियों के बीच परेशानी पैदा की जा रही है. वहां आरएसएस का घर है. उनके शब्दों में, ”वहां चेहरे पर नकाब लगाकर हंगामा मचा रहे हैं. संदेशखाली में बाहरी लोग इतना हंगामा कर रहे हैं.”
5 जनवरी को ईडी शाहजहां के संदेशखाली स्थित घर की तलाशी लेने पहुंची थी. राशन ‘भ्रष्टाचार’ की जांच में शाहजहां का नाम आया था. लेकिन उस दिन केंद्रीय एजेंसी शाहजहां के घर में प्रवेश नहीं कर सकी. इसके बदले ईडी के अधिकारियों को उनके समर्थकों से पिटना पड़ा था. ईडी ने बाद में कोर्ट को बताया कि शाहजहां उस दिन घर पर ही थे. उसने अंदर से आवाज देकर लोगों को बाहर इकट्ठा कर लिया. इसके बाद वह पिछले दरवाजे से भाग गया.
ईडी अधिकारियों पर हमले के बाद लापता है शाहजहां शेख
तभी से शाहजहां ‘लापता’ हैं. न तो पुलिस और न ही ईडी उसे ढूंढ पा रही है. कई बार उन्हें साल्टलेक स्थित ईडी कार्यालय में बुलाया गया. वह हर बार उपस्थिति से बचते रहे. फिर शाहजहां ने कोर्ट में वकील के जरिए अग्रिम जमानत की मांग की. उन्होंने कहा कि अगर ईडी उन्हें गिरफ्तार नहीं करती है तो वह पेश होने को तैयार हैं.
पिछले कुछ दिनों से संदेशखाली का माहौल गरमाया हुआ है. वहां के ग्रामीण शाहजहां समेत इलाके के कई तृणमूल नेताओं पर इलाके में अत्याचार का आरोप लगाते हुए सड़कों पर उतर आए हैं. उन्होंने शाहजहां की गिरफ्तारी की मांग की. शाहजहां के अलावा तृणमूल ब्लॉक अध्यक्ष शिबू हाजरा और क्षेत्रीय अध्यक्ष उत्तम सरदार भी सूची में हैं. संदेशखाली की महिलाओं ने शाहजहां की गिरफ्तारी की मांग को लेकर थाने का घेराव किया. शिबू के पोल्ट्री फार्म में आग लगा दी गई.
संदेशखाली में अशांति के पीछे बीजेपी का हाथः ममता
शिबू समेत तृणमूल खेमे ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा और सीपीएम इलाके को भड़का कर गड़बड़ी रोक रही है. शिबू की शिकायत के आधार पर सीपीएम के पूर्व विधायक शेखर सरदार, बीजेपी नेता विकास सिंह समेत कई लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. संदेशखाली में पिछले कुछ दिनों से तनाव बना हुआ है. उस पर मुख्यमंत्री ने विधानसभा में अपना मुंह खोला. उन्होंने संदेशखाली में अशांति के लिए ईडी और बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया.
संदेशखाली की स्थिति को महिला आयोग ने बताया चिंताजनक
संदेशखाली का दौरा करने के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग ने रिपोर्ट जारी की. राष्ट्रीय महिला आयोग की रिपोर्ट में पश्चिम बंगाल की इस स्थिति को बेहद चिंताजनक बताया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि स्थानीय महिलाओं ने प्रतिनिधिमंडल पर पुलिस और तृणमूल नेताओं पर शारीरिक शोषण और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. जिन महिलाओं ने इस उत्पीड़न के खिलाफ बोलने का साहस किया, उनकी संपत्ति जब्त कर ली गई और घर के पुरुष सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया. महिलाओं को अपमानित और प्रताड़ित किया जा रहा है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य सरकार और प्रशासन के काम में लापरवाही और जानबूझकर उदासीनता बरती जा रही है. डीजीपी ने राष्ट्रीय महिला आयोग के प्रतिनिधिमंडल को सहयोग नहीं किया. एसपी प्रतिनिधिमंडल को कोई सहायता प्रदान करने, यहां तक कि पुलिस एस्कॉर्ट उपलब्ध कराने में भी विफल रहे हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रतिनिधिमंडल के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा जमीनी स्थिति की जांच करने के लिए संदेशखाली जाएंगी.